कोयतोर समुदाय कालन्तर से ही अपने जटिल जन - जीवन को सरल बनाने की कोशिश में रहा है और उसमे कोया समुदाय को सफलता भी मिली है जिसका कई साक्ष्य आज हमारे बीच मौजूद है।
बागा कोयतोर महिलाओ द्वारा विकसित किया गया एक कला है जिसमे कोयतोर महिलाए अपने बच्चे को कपडे के सहारे अपने कमर और पीछे पीठ पर बड़े आसानी से रखकर अपने दिनचर्या के क्रिया कलापों को पूरा करती हैं ।
इस कला में एक बच्चा अपने माँ के शरीर से हमेशा चिपकर रहता है जिससे बच्चे को माँ के शरीर से प्रयाप्त उर्जा मिलती रहती है और एक माँ को अपने दिनचर्या के कार्य करने में भी असानी हो जाता है।
Photo :- Dipti Ogre
बागा कोयतोर महिलाओ द्वारा विकसित किया गया एक कला है जिसमे कोयतोर महिलाए अपने बच्चे को कपडे के सहारे अपने कमर और पीछे पीठ पर बड़े आसानी से रखकर अपने दिनचर्या के क्रिया कलापों को पूरा करती हैं ।इस कला में एक बच्चा अपने माँ के शरीर से हमेशा चिपकर रहता है जिससे बच्चे को माँ के शरीर से प्रयाप्त उर्जा मिलती रहती है और एक माँ को अपने दिनचर्या के कार्य करने में भी असानी हो जाता है।
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