भोडू

Rakesh Darro
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भोडू
गोंडी भाषा मे इसे #पुति कहाँ जाता है पुति ज्ञान का केंद्र है हम कह सकते है कि पुति से ही हमे एक रास्ता मिला। एक नई सोच मिली, गोंड गोंडवाना कोयामोरी दीप अनादि काल से अपने आप को प्रकृति से जुड़े रखे हैं पुति ज्ञान से भरपूर और कोयतोर जीवनशैली को एक आधार देने वाली। बदलते मौसम, जल स्रोत और ना जाने कितने प्रकार के रहस्यों से गिरा हुआ है दिमक का घर जंगल के बीच एक प्राकृतिक दुनिया हमारे पूर्वज और आज की आधुनिक दुनिया को बहुत कुछ प्राप्त हुआ है पुति की संरचना को देखे तो मानो ऐसा लगता है की आज मिट्टी के घर से लेकर ऊंची से ऊंची बिल्डिंग पुति के सिद्धांत पर बनी है। पानी के तेज बहाव और तेज हवाओं की रफ्तार से भी अपने आप को संतुलन बनाए रखना पुति में बखूबी है।
और इसी ज्ञान का स्तेमाल आदिकाल से हम करते आ रहें हैं।
संकलन - प्रदीप मरकाम

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