जिर्रा
शहरी लोग जहाँ खट्टा भाजी के नाम से जानते हैं वहीं गाँवो में इसे जिर्रा कहाँ जाता है । यह स्वाद में खट्टा होता है । इस पौधे के हर एक भाग को गाँव के लोग अपने अपने ढंग से उपयोग करते हैं ।
इसके पत्तो को सब्जी बनाया जाता हैं वही इसके फल को भी सब्जी बना कर खाया जाता है । आप चित्र में देख सकते हैं की इसके फल कैसे पौधे पर लगते है ।
इसके बीज से तेल भी निकला जाता है जिसका उपयोग सब्जी बनाने में करते हैं पर अभी इसका चलन बंद है इससे रस्सी भी निकला जाता है । अगर गाँवो में खाट देखेंगे तो इसी पौधे के रस्सी से बनाया मिलेगा ।
इसके फल के उपरी हिस्से को अगल कर धुप में सुखा कर चुण बनाया जाता है फिर उसे कई सालो तक सुरक्षित रखा ज सकता है । जिसका उपयोग सब्जी से लेकर गर्मी में लगने वाले लू से छुटकारा पाने के लिए भी पानी के साथ पिया जाता है जिससे लू से आराम मिलता है ।
शहरी लोग जहाँ खट्टा भाजी के नाम से जानते हैं वहीं गाँवो में इसे जिर्रा कहाँ जाता है । यह स्वाद में खट्टा होता है । इस पौधे के हर एक भाग को गाँव के लोग अपने अपने ढंग से उपयोग करते हैं ।
इसके पत्तो को सब्जी बनाया जाता हैं वही इसके फल को भी सब्जी बना कर खाया जाता है । आप चित्र में देख सकते हैं की इसके फल कैसे पौधे पर लगते है ।
इसके बीज से तेल भी निकला जाता है जिसका उपयोग सब्जी बनाने में करते हैं पर अभी इसका चलन बंद है इससे रस्सी भी निकला जाता है । अगर गाँवो में खाट देखेंगे तो इसी पौधे के रस्सी से बनाया मिलेगा ।
इसके फल के उपरी हिस्से को अगल कर धुप में सुखा कर चुण बनाया जाता है फिर उसे कई सालो तक सुरक्षित रखा ज सकता है । जिसका उपयोग सब्जी से लेकर गर्मी में लगने वाले लू से छुटकारा पाने के लिए भी पानी के साथ पिया जाता है जिससे लू से आराम मिलता है ।


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